उदास मन से भी हमारे बीच आए, यही हमारे लिए सबसे बड़ा तोहफा ।
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व इस बार झारखंड में गमगीन माहौल के बीच मनाया गया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक, गुरुजी श्रद्धेय शिबू सोरेन के निधन के कारण पूरे झारखंड में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित है। इसी पृष्ठभूमि में, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी शुक्रवार को मिहिजाम स्थित दुर्गा मंडप पहुँचे, जहाँ बहनें बड़े उत्साह और प्रेम से उनकी प्रतीक्षा कर रही थीं।
जैसे ही उन्होंने मंडप में प्रवेश किया, माहौल आत्मीयता और स्नेह से भर गया। बहनों ने राखी की थाल सजाकर उनका स्वागत किया और स्नेह के साथ राखी बाँधने लगीं देखते ही देखते उनकी दोनों कलाइयाँ रंग-बिरंगी राखियों से भर गईं। हर बहन के चेहरे पर अपने भाई को राखी बाँधने की खुशी साफ झलक रही थी।
मंत्री जी ने बड़े ही सादगी और शांत मन से रक्षाबंधन का त्योहार मनाया, लेकिन उनके चेहरे पर हल्की उदासी बनी रही। उन्होंने भावुक होते हुए कहा—आज का दिन मेरे लिए भावनाओं से भरा है। एक ओर यह भाई-बहन के रिश्ते को मनाने का दिन है, वहीं दूसरी ओर हमारे गुरुजी, श्रद्धेय शिबू सोरेन जी के निधन का गम भी है। उनका जाना मेरे जीवन और राजनीति दोनों के लिए अपूरणीय क्षति है। लेकिन बहनों का स्नेह ऐसा है जिसे ठुकराना मेरे लिए संभव नहीं।
उन्होंने आगे कहा—मैं हमेशा अपनी बहनों की रक्षा, सम्मान और प्रगति के लिए खड़ा रहा हूँ। मेरा संकल्प केवल उनकी सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें समाज के हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने का है। इसी कारण आज पूरे जामताड़ा की महिलाएं शिक्षा, रोजगार और सामाजिक नेतृत्व में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। मेरी जीत और मेरी यात्रा में मेरी बहनों की दुआओं का बड़ा योगदान है। आपकी दुआ से मैं लगातार तीन बार विधायक बना और आज मंत्री के रूप में सेवा कर रहा हूँ।
मंत्री जी ने यह भी कहा—मेरा मानना है कि महिलाएं मजबूत होंगी, तभी घर मजबूत होगा, और जब घर मजबूत होगा, तभी समाज मजबूत होगा। रक्षाबंधन हमें यही सिखाता है कि एक-दूसरे के साथ खड़े रहना, चाहे परिस्थिति कैसी भी हो वही असली रिश्ते की पहचान है।
कार्यक्रम में मौजूद बहनों ने भी अपनी भावनाएँ साझा कीं।
स्थानीय निवासी वर्षा ने कहा — डॉ. इरफान हमारे लिए सिर्फ मंत्री नहीं, बल्कि सच्चे भाई हैं। हम जब भी उनके पास जाते हैं, वे हमारी बात सुनते हैं और मदद करते हैं।
एक अन्य बहन पूनम देवी ने कहा —आज उनका मन उदास था, फिर भी वे हम बहनों के बीच आए, यह हमारे लिए सबसे बड़ा तोहफ़ा है।
वहीं कॉलेज की छात्रा नेहा कुमारी ने कहा —हम जैसी लड़कियों को पढ़ाई और करियर बनाने के लिए जो हौसला वे देते हैं, वह बहुत मायने रखता है।
सैकड़ों की संख्या में बहनों ने मंत्रोच्चार के साथ राखी बाँधी और मंत्री जी के लंबे, स्वस्थ और सफल जीवन की कामना की। पूरा दुर्गा मंडप भाई-बहन के इस अटूट रिश्ते की मिठास और भावनाओं से गूंज उठा।
आगे मंत्री जी ने रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर अपनी सभी बहनों को उपहार भी भेंट किए। उपहार पाकर बहनों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। इसी बीच, इससे भी बड़ा "उपहार" देते हुए मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने घोषणा की कि बहुत जल्द स्वास्थ्य विभाग में 10,000 पदों की बहाली निकाली जाएगी, जिसमें से 6000 पदों पर महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
इस घोषणा के साथ ही माहौल में खुशी दोगुनी हो गई। बहनों ने ज़ोरदार तालियों के साथ इस फैसले का स्वागत किया और "भैया जिंदाबाद" के नारे गूंजने लगे।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री जी ने अपने गुरुजी श्रद्धेय शिबू सोरेन जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन धारण किया। इस दौरान पूरा मंडप भावुक वातावरण में डूब गया।
रक्षाबंधन का यह अवसर, एक ओर गुरुजी को भावभीनी श्रद्धांजलि देने का पल था, तो दूसरी ओर बहनों के स्नेह और भाई के संकल्प को और मजबूत करने का भी।