रांची: इटकी के गुलजार रोड स्थित जमाल मंजिल में एक समारोह का आयोजन कर क्षेत्र के लेखक व कवि शहाब हमजा की पुस्तक लॉकडाउन का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन चार प्रसिद्ध संस्था सफदर इमाम फाउंडेशन, ईदारा तरक्की उर्दू, अंजुमन फरोग उर्दू और ग्रीन फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शरीफ अहसन मजहरी ने कहा कि शहाब हमजा की यह पुस्तक कोविद-19 के दौर की न केवल जीती जागती यादगार तस्वीर है बल्कि एक ऐतिहासिक दस्तावेज है जो आने वाली नस्लों को कोरोना कल की दिक्कतों और परिस्थितियों से सदियों अवगत कराती रहेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉक्टर मजहर इमाम ने कहा कि इस पुस्तक में लेखक ने कोरोना कल के हालात सिलसिले वार हमारे सामने रखकर हमें महामारी से होने वाली तबाहियों से न केवल अवगत कराया है बल्कि समाज और सरकार की प्रशंसा भी की है तो इन्हें आईना भी दिखाया है। इनके अतिरिक्त कार्यक्रम को डा वकील अहमद रिजवी, पूर्व एसडीओ तस्लीम अहमद, डॉक्टर ग़ालिब नश्तर, डॉक्टर बदीउज्जमा, मोहम्मद दानिश अयाज, तस्लीम राजा, फरहीन बेगम, मौलाना मुनीरूद्दीन, हाजी मोइनुद्दीन ने संबोधित किया।
कार्यक्रम के दूसरे क्षेत्र में मुशायरा का आयोजन किया गया। जहां आइपीएस प्रशांत करण , मौलाना मुशर्रफ कासमी, नासिर अफसर, कुदरत अल्लाह कुदरत, इकबाल जमानवी, जीशान अल्तमश, मेहताब इस्लाही, तबीब हसन ताबिश, शगुफ्ता तहजीब, जुबेर अहमद ने एक से बढ़कर एक शायरी पेश किया। संचालन आरिफ निजाम ने किया। मौके पर मोहम्मद इकबाल, हाजी इशरत आलम, बी के सिन्हा, अरशद जमाल, डॉ शगुफ्ता बानो, अंजुम जमाल, गजनिफर इमाम,मेराज आलम डॉक्टर नैय्यर मुमताज, आसिफ रजा, हाजी अली हसन, मोइनुद्दीन अंसारी, रशीदा खातून, हलीमा बानो, रेहाना बेगम, सलेहा परवीन, हाजी इम्तियाज अहमद, मौलाना अयूब, एजाज बशीर समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में नदीम अर्श, वहाब हमजा, मोहम्मद जहांगीर, अरशद हुसैन, मोहम्मद आरिफ, राजिक इकबाल, मोहम्मद शमीम , डॉ फैजा जमाल, डॉ सायबा जमाल,सब्दुल्ला मलिक शाहिद अन्य नहीं अहम भूमिका निभाई।
Rasm Ijra
